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गुरुवार, 8 मार्च 2018

सिगरेट पीना आज के समय मे एक फैशन सा बन गया है। आज के दौर में कम उम्र के बच्चे, युवा सबसे ज्यादा इस लत से ग्रसित है। जो उन्हें बहुत गंभीर बीमारियों की तरफ लेके जा रहा है।उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नही है कि वो अपनी ज़िंदगी को नरक में धकेल रहे है।यह सबसे ज्यादा शहरी क्षेत्रों में देखने को मिलता है।एक बार सिगरेट की लत लग जाती है तो वह इतनी आसानी से नही छूटती है,छोड़ने की कोशिश करने पर भी नही छूट पाती है।
हम आपको बतायेंगे सिगरेट पीने से कौनसे खतरनाक रोग होते है।

कैंसर- 

सिगरेट पीने से कैंसर होता है यह बात सिगरेट के पैकेट पर भी लिखी होती है।सिगरेट का धुआं जब हमारे फेफड़ों में जाता है तो वहाँ फेफड़ों की कुपिकाओ में जाकर टार को भर देता है जिससे फेफड़ों का कैंसर होता है जो जानलेवा है आज इस कैंसर के आंकड़े बढ़ते ही जा रहे है।यह चिंताजनक है।

श्वासरोग

श्वास रोग एक गंभीर बीमारी है जिसका मुख्य कारण स्मोकिंग करना है। इससे अस्थमा, सांस लेने में कठिनाई, तमक श्वास,दमा रोग जो बहुत खतरनाक है और जानलेवा भी है। मनुष्य थोड़ा सा काम करने पर जल्दी थक जाता है,सांस फूलने लगता है।

ह्रदय(दिल) रोग

सिगरेट पीने वाले व्यक्ति में एक आम इंसान की अपेक्षा बहुत अधिक ह्रदय रोग होते है। इसमें मुख्य रोग हर्ट अटेक,ब्लड प्रेशर का कम होना,खून नलिकाओं में ब्लॉकेज होना, इससे रोगी की मृत्यु भी हो सकती है।सिगरेट में उपस्थित निकोटिन खून को गाढ़ा कर देता है जिसके कारण ह्रदय को अधिक कार्य करना पड़ता है।

रक्त प्रवाह में अवरोध

स्मोकिंग करने से खून गढ़ा हो जाता है जिसकी वजह से शरीर मे खून का प्रवाह ढंग से नही हो पाता है।और शरीर को जरूरी ऑक्सीजन नही मिल पाती है जो गंभीर रोगों उत्पन्न करता है।

सेक्स(योन)शक्ति कमजोर

सिगरेट पीने से योन शक्ति व शारीरिक शक्ति पर बहुत प्रभाव पड़ता है।इससे लिंग का ढीलापन, नपुंसकता, वीर्य की कमी,शुक्राणुओं की कमी, तथा सेक्स ना करने का मन जैसी बीमारी होती है जो बहुत खतरनाक है।

त्वचा के रोग

स्किन में झुर्रिया,त्वचा की चमक कम हो जाती है,बुढापा जल्दी आ जाता है,खुजली हो जाती है। यह सब सिगरेट पीने से होता है।

आंखों के रोग

सिगरेट पीने से आंखों की गंभीर बीमारी होती है।अंधता, मोतियाबिंद, आँखों मे लालिमा,एलर्जी आदि रोग उत्पन्न होते है।

मानसिक रोग

सिगरेट पीने से कई मानसिक रोग उत्पन होते है जैसे- भूलने की बीमारी, दिमाग का कमजोर होना, बुद्धि नष्ट, सोचने की शक्ति का कम होना गंभीर बीमारी होती है इसके अलावा शरीर हमेशा आलस में रहता है।

टी बी(तपेदिक) रो

टी बी रोग का मुख्य कारण स्मोकिंग करना है।तथा यह एक जानलेवा बीमारी है अगर सही समय पर इसका पूरा इलाज ना हो।सिगरेट पीने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है जिसकी वजह से टी बी का बैक्टिरिया शरीर एक्टिव होकर इस रोग को उत्पन करता है।यह एक संक्रामक रोग है।दुनिया मे सबसे ज्यादा मृत्यु इसी रोग से होती है।

बुधवार, 7 मार्च 2018

वेदों के अनुसार हिन्दू धर्म मे व आयुर्वेद में वर्णित एक व्यक्ति के जीवन काल मे अनेक अनुष्ठान किये जाते है। बच्चे के जन्म के बाद कुछ कर्म करने महत्वपूर्ण होते है।
बच्चे के जन्म के एक महीने के भीतर दो महत्वपूर्ण संस्कार सम्पन किये जाते है।इन संस्कारों के द्वारा बच्चे को स्वस्थ रखने के उपाय किये जाते है।इन संस्कारों को माता-पिता के माध्यम से उसके आध्यात्मिक मार्ग को प्रदर्शित कराते है।
संस्कारों का मुख्य उद्देश्य बच्चे को स्वस्थ व उसके जीवन को उत्तम भावो से भर कर उत्तम मूल्यों का समावेश करना है।
इसके लिए संस्कार, अनुष्ठान, पोषण किया जाता है।
क्योंकि की इस जगत में किसी भी जीव को जीवित रहने हेतु पोषण की आवश्यकता होती है । गर्भावस्था में बच्चा माता के गर्भ से ही जरूरी पोषण को ग्रहण करता है किंतु इस दुनिया मे आने के बाद उसे तुरंत पोषण की आवश्यकता होती है। बच्चे के एक महीने तक कि अवस्था अति महत्वपूर्ण है।इस अवस्था मे बच्चे को मिला पोषण उसके शरीर मे ऊर्जा,रोग प्रतिरोधक छमता,शक्ति, बुद्धि एवं दिर्घायु की प्राप्ति कर उसके जीवन को नया आयाम देता है।
हिंदू धर्म व आयुर्वेद(कौमारभृत्य) में वर्णित जो संस्कार है -
1-जातकर्म संस्कार
2-नामकरण संस्कार

                       जातकर्म

जातकर्म दो शब्दों से मिलकर बना है। जात ओर कर्म अथार्त जाति में होने वाले विशेष कर्म जिस वर्ण जाति का जो शास्त्र, वेद है उसमें लिखित मन्त्रो का पाठ करके पहले बालक को मधु(शहद) एवं घृत(घी गाय का) चटाते है उसके बाद इसी विधि से दक्षिण स्तन का दूध बालक को पिलाते है । उसके बाद मिट्टी के कलश में रखे हुए जल को मन्त्रो से सिद्ध कर बालक के सिर के पास रखा जाता है।
इसके अलावा कुछ आचार्य सबसे पहले मधु एवं स्वर्ण का प्रयोग इस कार्य के लिये किया है,जिससे बच्चे का पाचन तंत्र यह कार्य करे।इसके अलावा कुछ पोष्टिक तत्वों का सेवन भी बच्चे को कराया जाता है।
आचार्य चरक ने पहले दिन से ही मधु,घृत चटाने के बाद स्तनपान कराने के लिए कहा है।

जातकर्म संस्कार से बच्चे को क्या लाभ होता है।

1-बच्चे पर घी का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
Epithelisation को बढ़ावा देंता है। ,बच्चे के मुख को चिकना रखता है।,ऊर्जा को बढ़ाता है।,घाव भरने का गुण प्रदान करता है,
रोगाणुओं से लड़ने की शक्ति को बढ़ाता है और प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाता है।
2-स्वर्ण सेवन का बच्चे पर प्रभाव-
-त्वचा की रंगत को निखरता है।
-आंखों को स्वस्थ बनाए रखता है।
-बच्चे बुद्धि ,स्मृति ,व लंबी उम्र प्रदान करता है।

               नामकरण संस्कार

इस संस्कार का उद्देश्य है बालक को नाम देना। अक्षर एवं मनोवैज्ञानिक जानकरों का मानना है कि नाम का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर गहराई से पड़ता है। बच्चे के नाम को सोच समझकर रखा जाय या बहुत जरूरी।बच्चे के भाव को जानकर बच्चे का नामकरण जन्म के दसवें या बारहवें दिन होना चाहिए।उसी दिन सूतिका का शुद्धिकरण किया जाता है।
बालक का नाम मे तीन पुस्त का अनुकरण करने वाला नाम हो। बालक का नाम ज्यादा बड़ा ना हो दो या चार अक्षर का नाम होना चाहिए। तथा नामकरन के समय बच्चे का भार,नाभि व प्रकृतीक कामला(पीलिया) का परीक्षण करना

सोमवार, 5 मार्च 2018

एप्पल आई फोन के बारे में तो आप सब जानते ही होंगे,जिसके मोबाइल फ़ोन सारी दुनिया में बिकने के मामले में रिकॉर्ड कायम कर चुके है। आज हम आपको एप्पल के बारे में कुछ ऐसी बाते बताएंगे जो शायद आप नही जानते होंगे ।

ये है रोचक बातें एप्पल के बारे में

1- जब पहला आई फोन बनकर तैयार हुआ तो एप्पल कंपनी ने नेटवर्क सर्विस प्रोवाइडर कंपनी से ये करार किया कि वो आई फोन में अपना यानी एप्पल का लोगो ही दिखाई दे ना कि दूसरी कंपनी का।

2-आई फोन की शुरुआत फ़ोन से नही हुई थी बल्कि आई फ़ोन की शुरुआत टेबलेट पीसी से हुई थी।जब स्टीव जॉब्स ने देखा ये टेक्नोलॉजी तो मोबाइल फोन में भी यूज़ की जा सकती है इसी को देखते हुए आई फोन मोबाइल की शुरुआत हुई।

3-पहला आई फ़ोन(iPhone) सन 2007 में बनकर तैयार हुआ।

4- पहला आई फोन एप्पल ने नही बनाया था। बल्कि सिस्को कंपनी ने बनाया था। क्योंकि सिस्को ने पहले ही आई फ़ोन नाम को regesterd करा लिया था।बाद में जब एप्पल ने आई फोन को मार्किट में उतारा तो सिस्को कंपनी ने एप्पल पर केस भी कर दिया था।

5-एप्प डाऊनलोड करने के लिए सबसे पहले जो एप्प स्टोर था जहाँ से आप एप्लिकेशन को डाउनलोड कर सकते थे एप्पल ने ही बनाया था।

6-आई फोन के जितने भी ads विज्ञापन होते है उनमें आई फ़ोन की डिसप्ले पर टाइम 9:41 होता है पता है क्यों इसी टाइम पर ही स्टीव जॉब्स ने आई फ़ोन को सबसे पहले लॉन्च किया था इसलिए हर फ़ोन में यही टाइम दिखाई देता है।

7-एप्पल आई फ़ोन ओर sumsung में कॉम्पिटिशन तो होता ही रहता है । शायद ही आपको ये बात पता हो कि आई फ़ोन का प्रोसेसर को samsung ही बनाता है।

8-आई फ़ोन सन 2012 में हर दिन 3 लाख से ज्यादा फोन को बेचता था यह अब तक का रिकॉर्ड है।

9-आई फ़ोन की कीमत ब्राज़ील में अमेरिका की तुलना में दोगुनी होती है यानी अगर अमेरिका में आई फ़ोन 10000 रुपये है तो ब्राज़ील में 20000रुपये होगी।

10- आई फ़ोन की दीवानगी का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते है।दुनिया मे आई फ़ोन का एक ऐसा भी दीवाना है जो जापान का रहने वाला है।वो आई फोन 7 लॉन्च होने के 7 महीने पहले एप्पल स्टोर के बाहर खड़ा हो गया था।

तो दोस्तो ये थी आई फोन iphone  के बारे में कुछ मजेदार बाते। आपको ये पोस्ट केसी लगी हमे कमैंट्स करके बताये ओर अपने सुझाव दे। आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों को भी शेयर कर सकते है।

धन्यवाद।