बहुत दिनों से दांत में दर्द था,जिसकी वजह से में काफी परेशान था तो मैंने शुरुवात में तो सोचा अपने गाँव के डॉक्टर से ही इलाज करवा लू तो में एक चाचा से पूछा कि दांत दर्द हो रहा है। अच्छा डॉक्टर कहा है उन्होंने कहा पास के एक गांव में चला जा वहाँ अच्छा डॉक्टर है।तो में अगले दिन वहाँ चला गया और डॉक्टर से अपनी परेशानी बताई तो उन्होंने मुझे कुछ दवाई दी खाने के लिये मैने डॉक्टर के बताए अनुसार दवाई खाना शुरू कर दिया पर कुछ भी आराम ना मिला।जब तक दवाई का असर रहता तब तक दांत दर्द में आराम रहता जैसे ही दवाई का असर खत्म हो जाता फिर दर्द शुरू हो जाता।तो मेने सोचा चलो बड़े हॉस्पिटल में जाकर अच्छे डेन्टिस्ट को दिखाऊंगा में अगली सुबह 8 बजे घर से हॉस्पिटल के लिये निकल गया और 9 बजे हॉस्पिटल पहुंच गया। वहा जाकर देखा तो बहुत लंबी लाइन लगी है। और वहा डिसप्ले पर नम्बर चल रहा है 96 मेने भी टोकन मसीन से टोकन नम्बर ले लिया मेरा नम्बर आया 723 वा तो मैने सोचा बहुत टाइम लगेगा तब तक नंबर आता है। बाहर घूम के आता हूं में बाहर घूमने चला गया। एक घंटे के बाद जब में वापस हॉस्पिटल आया तो तब नम्बर चल रहा था 321 वा मेने सोचा अब यही बैठकर इंतज़ार कर लूं तो में पास में रखी कुर्सी पर बैठ गया और इंतज़ार करने लगा करीब डेढ़ दो घण्टे के बाद मेरा नंबर आया में अपना टोकन नंबर लेकर गया तो उन्होंने मुझे मेरा पर्चा बनाकर कमरा नम्बर 22 में जाने को कहा में वहाँ चला गया वहा जाके देखा तो वहाँ भी लाइन लगी है। वहाँ भी बैठकर अपनी बारी का इंतज़ार करता रहा करीब एक घंटे के बाद मेरा नम्बर आया में डॉक्टर रूम में गया मेने उन्हें अपनी समस्या को बताया तो उन्होंने कहा आपकी तो दांत में बहुत ज्यादा प्रॉब्लम है। में आपको कुछ टेस्ट लिख रहा हूं, वो करा लेना और x ray भी करा लेना। मेने कहा ठीक है टेस्ट के ओर x ray के पैसे कहा जमा होंगे तो डॉक्टर ने कहा कैश काउंटर 10 नम्बर में जाओ वहाँ जमा होंगे में वहाँ गया वहाँ देखा तो लंबी लाइन लगी है। वहाँ भी में लाइन में लग गया और एक घंटे बाद पैसे जमा हुए उन्होंने मुझे बिल दिया और कहा लैब में चले जाओ में लैब में गया वहा भी लाइन में लग गया एक घन्टा वहाँ लगा और रिपोर्ट के लिए बोलै शाम को 5 बजे मिलेगी शाम के पांच बजे तक मे वही बैठा रहा। रिपोर्ट काउंटर पर गया मेने बोलआ सर रिपोर्ट थी मेरी तो उन्होंने चेक करके बताया अभी तैयार नही हुई है। आधा घन्टा ओर इंतजार करो में फ़िर वही बैठा रहा आधे घण्टे के बाद वापस काउंटर पर गया तो उन्होंने कहा अभी बड़े डॉक्टर नही है। आपको कल मिलेगी रिपोर्ट में उदास वापस बाहर आ गया और सोचने लगा अभी तो रिपोर्ट ही नही मिली है,तो दवाई का तो अभी कुछ नी पता कब मिलेगी। पहले इन टेस्ट ही निपटना पड़ेगा। अगले दिन फिर गया रिपोर्ट ली और डॉक्टर के पास लेकर गया उन्होंने कहा 8000 रुपये का खर्चा है। टोटल मेरे पास तो बस एक हजार रुपये है।तो मैने डॉक्टर से कहा आप अभी दर्द कम करने के लिए दवाई लिख दो जब मेरा बजट होगा में आ जाऊंगा। डॉक्टर ने दवाई लिख दी वही जो में अपने गांव से खाता था,हुआ क्या दो दिन खराब ओर कुछ नी।ओर जो इलाज डॉक्टर ने बताया था उसके लिए तीन हफ्ते लगातार जाना पड़ेगा।
A2
मंगलवार, 13 मार्च 2018
Treatment in hospital seems to be full day । हॉस्पिटल में इलाज कराने में लगता है पूरा दिन
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें